मंगलवार, 9 जून 2009

कार्टून:- जरा, जड़ खोद कर देखने तो दो.

10 टिप्‍पणियां:

  1. रोज मंदिर क्या मँगने आते हो? यही प्रश्न जब एक पुजारी नेता जी से करता है तो
    नेता जी - मैं त्रिशंकु बनन चाहता हूँ।
    पुजारी का मुँह खुला रहा गया और प्रश्वाचक नजरों से नेताजी के तरफ देखा।
    नेताजी - मेरी सास मर गयी है और पत्नी जीवित है। मैं दोनों से बराबर दूरी बना कर रखना चाहता हूँ।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

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  2. बहुत गंभीर मसला है.?
    नही आना चाहिये निस्वार्थ भाव से मंदिर?
    सिर्फ़ कुछ मांगना ही हो तो आ सकते हो.
    बहुत गहरी चोट की आज तो आपने.

    रामराम.

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  3. मंदिर जाने से पहले अब सोचना पड़ेगा।

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  4. हो सकता है कि ये भाई प्रसाद के चक्कर में हर रोज मन्दिर जाते हों..:)

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  5. हे भगवान अमीरी दो और गरीबी से बचाओ!

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  6. श्‍वर मुझे बना दे ईश्‍वर
    इससे अधिक न मांगू जगदीश्‍वर

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